3 अक्तूबर 2025 - 15:05
ईरान ने G-7 के बयान पर आपत्ति जताई 

यूरोपीय ट्रायका नेजेसीपीओए के विवाद समाधान तंत्र, स्नैपबैक मैकेनिज्म का दुरुपयोग किया है, जिसका न तो कोई कानूनी आधार है और न ही यह कदम तर्कसंगत है। जी-7 का रुख इस कदम की मौलिक अवैध प्रकृति को नहीं बदल सकता।

ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने जी-7 द्वारा ईरान के परमाणु कार्यक्रम के संबंध में जारी हालिया बयान की कड़ी आलोचना करते हुए इसे भ्रामक और वास्तविकता को बिगाड़ने वाला बताया है।

अपने टेलीग्राम चैनल पर जारी एक बयान में, इस्माईल बकाई ने अमेरिका और तीन यूरोपीय देशों द्वारा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की समाप्त प्रस्तावों को फिर से लागू करने के प्रयासों को अवैध और अनुचित कदम बताया। उन्होंने कहा कि जी-7 देशों का समर्थन अंतरराष्ट्रीय कानून का खुला उल्लंघन है।

उन्होंने स्पष्ट किया कि यूरोपीय ट्रायका नेजेसीपीओए के विवाद समाधान तंत्र, स्नैपबैक मैकेनिज्म का दुरुपयोग किया है, जिसका न तो कोई कानूनी आधार है और न ही यह कदम तर्कसंगत है। जी-7 का रुख इस कदम की मौलिक अवैध प्रकृति को नहीं बदल सकता।

उन्होंने जी-7 देशों द्वारा इस्राईल के परमाणु हथियारों पर चुप्पी को पाखंडी रवैया बताया और कहा कि जी-7 को अंतरराष्ट्रीय कानून, शांति और सुरक्षा के मामले में दूसरों को सलाह देने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।

उन्होंने इस्राईल और अमेरिका द्वारा ईरान के खिलाफ राजनयिक वार्ता के दौरान सैन्य आक्रामकता की याद दिलाते हुए जी-7 के बयान को झूठ और वास्तविकता के विपरीत बताया, जिसमें अमेरिका और यूरोपीय देशों द्वारा तनाव कम करने और व्यापक समझौते तक पहुंचने के दावे किए गए थे।

उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका ने 2018 में परमाणु समझौते से एकतरफा और अवैध रूप से अलग होकर ईरान के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय कानूनों का लगातार उल्लंघन किया, जो मौजूदा संकट का मूल कारण है।

बक़ाई ने तीन यूरोपीय देशों पर आरोप लगाया कि उन्होंने अमेरिका का अनुसरण करते हुए न केवल अपने वादे पूरे नहीं किए, बल्कि ईरान की शांतिपूर्ण परमाणु सुविधाओं पर अमेरिकी और इस्राईली हमलों का समर्थन किया और ईरान की सभी राजनयिक कोशिशों को नजरअंदाज किया।

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